बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री आलिया भट्ट इन दिनों अपनी एक पूर्व असिस्टेंट के कारण चर्चा में हैं। आलिया की कंपनी Eternal Sunshine Productions में काम कर चुकी वेदिका प्रकाश शेट्टी पर ₹76.9 लाख की धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया गया है।
मामला तब सामने आया जब आलिया भट्ट की प्रोडक्शन टीम ने वित्तीय अनियमितताओं को लेकर आंतरिक जांच शुरू की। जाँच में पता चला कि वेदिका ने फर्जी इनवॉइस तैयार किए, नकली बिल बनवाए और कंपनी के नाम पर बड़ी धनराशि को अपने निजी खातों में ट्रांसफर करवा लिया।
इसके बाद कंपनी ने जनवरी 2025 में मुंबई पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। मामला धारा 408 (विश्वासघात और आपराधिक विश्वास भंग) के तहत दर्ज किया गया, और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वेदिका को हिरासत में लिया।
जांच अधिकारियों के अनुसार, वेदिका ने खुद को आलिया की विश्वसनीय सहकर्मी के रूप में प्रस्तुत किया था और यही विश्वास उन्होंने तोड़ा। उन्होंने कुछ मीडिया प्रोजेक्ट्स की नकली पेमेंट डिटेल्स भी पेश कीं और कंपनी से धन निकासी की।
पुलिस का कहना है कि यह पूर्व-नियोजित वित्तीय धोखाधड़ी है, जिसमें वेदिका ने तकनीकी समझ का गलत फायदा उठाया। उनके खिलाफ सबूत मजबूत हैं और जांच को विस्तृत स्तर पर आगे बढ़ाया जा रहा है।
Eternal Sunshine Productions की ओर से अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है, लेकिन करीबी सूत्रों का कहना है कि यह घटना आलिया और उनकी टीम के लिए बेहद चौंकाने वाली और विश्वास तोड़ने वाली रही है।
यह मामला फिल्म इंडस्ट्री में एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि कलाकारों और निर्माताओं को अपने व्यवसायिक कार्यों में पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर अधिक सजग रहने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष:
वेदिका प्रकाश शेट्टी की गिरफ्तारी एक ऐसा उदाहरण है कि कैसे अंदरूनी विश्वासघात भी किसी बड़ी कंपनी को भारी नुकसान पहुँचा सकता है। यह घटना बॉलीवुड में वित्तीय मामलों की गंभीरता और भरोसे की अहमियत को उजागर करती है।
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